संदर्भ : मेसाने की गर्मी अर्थार्थ हमरे शरीर में बहुमूत्र में इंफेकशन होने से हमरी मूत्र नाली भी इफेक्टिव हो जाती है जिसके कारण बार पेशाब का आना संभव है और मूत्र में जलन होना और मूत्र का बार बार आना ही हम देशी भाषा में मसाने में गर्मी कहते है मसाने की गर्मी के लिए के बहुत ही अच्छा उपाए है जब मसाने गर्मी होती है तो पेशाब बार बार आता है और अगर हम अपने खाने और पिने का थोड़ा भी ध्यान करे तो हो सकता है हम कभी बीमार ही न हो लेकिन पता नहीं इन्शान अपने स्वाथ्य को लेकर इतना लापरवाह क्यों है लेकिन अगर एक बार स्वाथ्य खराब हो गया तो फिर इन्शान भगवान को भी खूब याद करता है और पैसे के भी परवाह नहीं करता और जो दुःख दर्द होता है उसको मरीज या कुदरत ही जाने तो समय रहते थोड़ा अपने शरीर का भी ध्यान करे इलाज : मसाने की गर्मी व् पेशाब का बार बार आना और पेशाब का लग कर आना इसे लिए बहुत ही अच्छा उपाए है और आप उपाय है 1 अनार का छिलका: मसाने की गर्मी के लिए या पेशाब का बार बार आना अनार का छिलका सुखाकर उसका बारीक़ करके चूर्ण बना ले और दिन में दो बार 4 ग्राम ताजे पानी से ले और कम से कम दस दिन जरूर खाय
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