patta Gobhi patgobhi ke gayde पातगोभी बन्दगोभी पत्तागोभी करमकल्ला Cabbage
संदर्भ में :--
इसको हम पातगोभी बन्दगोभी पत्तागोभी करमकल्ला के नाम से जानते है प्राचीन यूनानी और रोमन पातगोभी pattagobhi के स्वाथ्य दायक गुणों से परिचित थे उन्होंने इसे उत्तम आहार के अलावा इसको उपचार के रूप में भी प्रयोग करते थे
प्लेटो Plato : -- ने पातगोभी pattagobhi को एक अच्छा आहार कहा है
सम्राट पोम्पी :--
का बड़ा ही प्रिय खाद्य पातगोभी pattagobhi था इसमें अनेक प्राकृतिक क्षार युक्त लवणों तथा विटामिनो की प्रचुर मात्रा होने से हरी सब्जियो में इसका स्थान सबसे ऊपर है
पातगोभी pattagobhi की विशेषताएं :--
पातगोभी pattagobhi में विटामीन C संतरे से भी अधिक मात्रा में होता है और इसमें शलजम से अधिक और बढ़िया केल्सियम होता है पातगोभी pattagobhi अपने आप में संतुलित आहार है सिर्फ पातगोभी pattagobhi को खाकर भी इन्शान कुछ दिन जीवित रह सकता है
पातगोभी pattagobhi के फायदे :--
पातगोभी pattagobhi को खाने से बहुत फायदे है लघु मधुर दीमन पाचन मॉल मूत्र प्रवर्तक वातकारक तथा कफ पित प्रमेह रस रक्तविकार व्रण लिवर वर्द्धि पित्त प्रकोप जन्य भृम नाशक है
गठिया पथरी खून की कमी कब्ज मंदा गिन अपच मोटापा शुगर चर्म रोग बवासीर दिल की कमजोरी गंजापन आदि के लिए बहुत ही फायदेमंद है ये जाड़ दांतो और हड्डियों के लिए भी बहुत ही लाभकारी है
पातगोभी pattagobhi को प्रयोग करने के तरीके :--
अल्सर के लिए :--
कच्ची पातगोभी pattagobhi का जूस पौष्टिक अमाशय व् अल्सर के उपचार के लिए बहुत ही फायदेमंद है
पुरानी खांसी व् दमा :--
पातगोभी pattagobhi को जूस पुराणी से पुराणी खांसी व् दमा अम्ल रक्त में भी बहुत फायदेमन्द है
वात रक्त तथा आमवात की सूजन :--
के लिए पातगोभी pattagobhi के पत्तो को गर्म करके बांधने से वात रक्त आमवात की सूजन को बहुत आराम मिलता है
जख्म व् घाव के लिए :---
जख्म व् घाव भरने के लिए पातगोभी pattagobhi के पत्तो का लेप करे इससे बहुत जल्दी घाव व् जख्म ठीक हो जायगे
सुखी व् गीली खुजली :--
सुखी व् गीली खुजली के लिए पातगोभी pattagobhi का रस मालिये इससे सुखी व् गीली खुजली दोनों जल्दी ठीक हो जायगी
कील व् झाइयो के लिए :--
चेहरे को सुंदर व् चमकदार और कील मुहासे व् झाईया को दूर करने के लिए पातगोभी pattagobhi का रस निकलकर चेहरे पर लगाए इससे आपका चेहरा खूब सूरत और चमक दार हो जायगा
डॉ. चेनी :---
के अनुशार पातगोभी pattagobhi में एक नया विटामीन U पाया जाता है जो गेस्ट्रिक व् ड्यूडनल अल्सर के इलाज के लिए बहुत ही कारगर सिद्ध हुवा है
गले में खुजली व् सूजन के लिए :--
गले में खुजली हो या सूजन हो तो पातगोभी pattagobhi के पत्तो को लेकर और आपस में मसलकर गर्दन पर बढ़ने से गले की खुजली और सूजन दूर हो जायगी
फोड़े फुंशी के लिए :--
फोड़े फुंशी के लिए पातगोभी pattagobhi के पत्तो की पुल्टिस बनाकर फोड़े फुंशी पर बांधने पर बिलकुल ठीक हो जाते है
हेनन :---
का कहना है की उन्होंने पाचन सम्बन्धी बहुत से मरीजों को पातगोभी pattagobhi के जूस पिलाकर ही ठीक किया है
डॉ. ब्लंक :---
पातगोभी pattagobhi के इस्तेमाल से एग्जिमा दमा कैंसर कारबंकल मोच नुरोलिज्या सर दर्द गेंग्रीन गठिया माइग्रेन अनिंद्रा आदि बहुत असाध्य रोग ठीक हो जाते है
चेतावनी व् सावधानिया :--
पातगोभी pattagobhi को गर्म पानी से धोकर कच्चा ही खाये या जूस पिए या मामूली सी भाप देकर पकाये क्योकि अधिक पकाने या उबालने से इसके पोषक तत्व खत्म हो जाते है
पातगोभी pattagobhi के ऊपरी हरे पत्ते सूर्य की किरणे पड़ने के कारण भीतरी सफ़ेद पत्तो की अपेक्षा अधिक गुणकारी होते है
गहरे हरे रंग की खूब रास वाली पातगोभी pattagobhi का प्रयोग किया करे
GOOD LUCK & take care
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