Namak kitna or kb khana chahiye नमक भी नुकशान देता है पहली बार सुना है Salt
नमक Namak के संदर्भ में :-
इन्शान के लिए नमक Namak की जरूरत सत्य है लेकिन पोषण विज्ञानं के अनुशार शरीर को प्राकृतिक आहार जैसे साग सब्जी फल अनाज आदि के अनुशार कुदरत ने इनमे जितनी नमक Namak की जरूरत थी उतनी पहले से ही है तथा अलग से जो नमक Namak मिलाया जाता है वह केवल स्वाद और आदत के लिया मिलाया जाता है और यह जो खनिज नमक Namak बाजार में है वो संजीव नहीं है निर्जीव है ये हमारे शरीर में आत्मसात नहीं हो पता बल्कि मल निष्कासन के कार्य को और बढ़ा देता है
अधिक नमक Namak खाने के दुष्परिणाम :-
अनेक शोध और प्रयोगो से सिद्ध हो गया है की नमक के स्वाद से अधिक नमक Namak खाने वालो की पाचन प्रणाली खराब हो जाती है और ये पाचक रसो को भी खत्म क्र देता है और मंदागीन हो जाती है तथा स्वाद से ज्यादा नमक Namak इस्तेमाल करने से पाचन शंस्थान की कोमल झिल्लियों में भी घाव हो जाते है और इसी के साथ साथ ढेर सारी बीमारिया जन्म ले लेती है
गुर्दे कमजोर :-
अधिक नमक Namak खाने से प्यास बहुत लगती है और उसके बाद इन्शान पानी पिता है जिससे गुर्दे का कार्य बढ़ जाता है और गुर्दे को नुकशान पहुँचता है जिससे गुर्दे के रोग हो जाते है
घुटनो से निचे पेरो में दर्द :-
ज्यादा नमक Namak इस्तेमाल करने से गुर्दे पूरी तरह काम नहीं कर पाते और पेरो के निचले भाग में जमा होकर सूजन एवं दर्द पैदा कर देता है
दिल की धड़कन और बल्डप्रेशर :-
स्वाद से अधिक व् ज्यादा नमक Namak ह्रदय की धड़कनो को बढ़ा देता है और साथ ही साथ बल्डप्रेशर को भी बढ़ा देता है
प्राचीन काल में चीन में नमक Namak का घोल पीकर आत्महत्या जी जाती थी
नमक Namak के ज़हरीले पदार्थ से गाय घोडा कुत्ता आदि पशु भी मर सकते है
बालो का झड़ना व् सफ़ेद होना :-
नमक Namak के अधिक प्रयोग से कुछ लोगो के समय से बाल झड़ गए है और सफ़ेद भी हो गए है
आपने देखा और सुना भी होगा की बहुत अधिक नमक Namak वाली भूमि पर कुछ भी पैदावार नहीं होती
और अधिक नमक Namak खाने से पेशाब में एल्ब्यूमिन बढ़ता है
अधिक नमक Namak खाने से कैंसर मोटापा मधुमेह जुकाम नींद न आना आदि रोग जन्म ले लेते है
चेतावनी :--
गठिया का दर्द उकौता दाद खाज खुजली सफ़ेद कुष्ठ रोग व् अन्य चर्म रोग चेचक जलोदर लिवर में कमी गुर्दो की बीमारी पीलिया खून विकार ह्रदय रोग हाई बल्डप्रेशर न्यूमोनिया प्लूरिसी ब्राइट व् टाइफाइड दमा बेहोशी मिर्गी पागलपन हिस्टीरिया आदि रोगो में नमक Namak बंद क्र दे तो आप बिना दवाई बिना डॉक्टर के आप खुद ही ठीक हो जायगे
विशेष जानकारी :-
प्राचीन काल में इन्शान नमक Namak से बिलकुल अनभिग था यानि मानव नमक Namak के बारे में नहीं जनता था नमक Namak का इस्तेमाल तो आग के अविष्कर के बाद हुवा है जब आग पे आहार को पकाना सीख लिया तो उसके स्वाद के ;लिए नमक Namak का प्रयोग किया गया और इन्शान ने बीमारियों को गले लगा लिया
आपसे कहने का तातपर्य बस एहि है की आप नमक Namak का इस्तेमाल कम से कम मात्रा में किया जाये और एक सुंदर एवं स्वाथ्य जीवन का आनंद ले
Comments
Post a Comment